वैश्विक नाभिकीय ऊर्जा साझेदारी केंद्र (जी.सी.एन.ई.पी.
- ग्लोबल सेंटर फोर न्यूक्लीयर ऐनर्जी पार्टनरशिप) परमाणु ऊर्जा विभाग (प.ऊ.वि.) भारत सरकार, के तत्वावधान में छठी अनुसंधान एवं विकास इकाई है।
यह केंद्र जासौर खेड़ी (बहादुरगढ़, हरियाणा) के पास स्थित है। यह केंद्र राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 (रोहतक - फाजिल्का - दिल्ली) पर राष्ट्रीय राजधानी -'नई दिल्ली' हवाई अड्डे से लगभग 55 किमी की दूरी पर है और ब्रिगेडियर होशियार सिंह मेट्रो स्टेशन (बहादुरगढ़) से लगभग 20 किमी की दूरी पर है ।
निकटतम शहर बहादुरगढ़ है।
वै.ना.ऊ.सा.कें. का लक्ष्य परमाणु प्रसार के खतरे को कम करते हुए, एक सुरक्षित और स्वच्छ तरीके से परमाणु ऊर्जा के विस्तार को आगे बढ़ाना है।
यह केंद्र प्रसार प्रतिरोधी परमाणु प्रणालियों के डिजाइन, परमाणु सुरक्षा, विकिरण सुरक्षा, परमाणु सामग्री लक्षण अध्ययन और विकिरण प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोगों के क्षेत्र में आधुनिक शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान एवं विकास से संबंधित सुविधाएं प्रदान करेगा।
वै.ना.ऊ.सा.कें. की स्थापना भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों / अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आई.ए.ई.ए.) के विशेषज्ञों और सामयिक मुद्दों पर इच्छुक देशों द्वारा शोध, प्रशिक्षण और अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के माध्यम से परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग हेतु भारत की एक पहल है।
इस केंद्र में परमाणु प्रणालियों और सुविधाओं में अग्रिम शोध, अध्ययन और प्रशिक्षण हेतु पांच स्कूल है।